माइक्रोग्रीन खेती: कम जगह, बड़ा बिजनेस, लाखों का मुनाफा

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माइक्रोग्रीन फार्मिंग. क्रेडिट-फीस्टइंडिया.

अगर आप खेती करना चाहते हैं और आपके पास जगह की कमी है तो आप चिंता ना करें हम आपके लिए लाए हैं एक शानदार बिजनेस आइडिया. इस आइडिया को अपना कर आप लाखों कमाने के साथ-साथ,अपने खेती करने के शौक को भी पूरा कर सकते हैं. इसकी शुरुआत आप महज घर के एक कमरे से कर सकते हैं. हम बात कर रहे हैं माइक्रोग्रीन(microgreen farming) खेती के बारे में.खासकर कोविड्स के बाद लोगों में अपने सेहत के प्रति सजगता आई है जिसके कारण लोग हेल्दी भोजन की डिमांड कर रहे हैं.इस बदलती लाइफ स्टाइल के कारण माइक्रोग्रीन की डिमांड में भी तेजी आई है.

माइक्रोग्रीन क्या है ? क्या है इसके फायदे ?

माइक्रोग्रीन सेहत के लिए काफी फायदेमंद है. माइक्रोग्रीन, पौधे की शुरआती पौधे को कहते हैं.जैसे अगर आप सरसों ,मूंग,राई, मूली आदि के बीज बो दें , इसके बाद उनमें जो शुरआती दो पत्तियां आती है वही माइक्रोग्रीन कहलाती है.माइक्रोग्रीन में दो पत्तियों के साथ उसका तना भी शामिल होता है.माइक्रोग्रीन1-2 हफ्ते में उगकर तैयार हो जाता है. माइक्रोग्रीन स्प्राउट्स की तरह ही अनाज और सब्जियों के बीजों से ही उगाया जाता है. पोषक तत्व से भरपूर माइक्रोग्रीन खाने में भी काफी स्वादिष्ट है. अनाज के मुकबाले 40% अधिक पोषक तत्व माइक्रोग्रीन में पाए जाते हैं.आम तौर पर मूली,चना,मूंग ,शलजम, सरसों, राई ,बेसिल आदि के माइक्रोग्रीन खा सकते हैं.आप माइक्रोग्रीन सुबह के समय खा सकते हैं,इससे मिलने वाले पोषक तत्व आपको दिन भर चुस्त दुरुस्त रहने में मदद करेगा.

माइक्रोग्रीन की खेती कैसे करें ?

माइक्रोग्रीन की खेती करना बहुत ही आसान है.इसकी खेती आप कहीं भी शुरू कर सकते हैं.माइक्रोग्रीन की खेती आप किचन गार्डन में कर सकते हैं.माइक्रोग्रीन की खेती आप किसी गमले या छोटे से गहरे बर्तन में कर सकते हैं. गमले या छोटे बर्तन में सबसे पहले मिट्टी ले लें उसके बाद मिट्टी में या फिर कोकोफिट लेकर उसमें आर्गेनिक खाद मिला दें. खाद मिलाने के बाद आपको जो फसल करनी हो उसके बीज को गमले में डाल दें.

माइक्रोग्रीन का बिजनेस

माइक्रोग्रीन की खेती आप खुद के इस्तेमाल के लिए कर सकते हैं या फिर आप बिज़नेस के लिए भी इसकी खेती कर सकते हैं. अगर आप इसकी खेती बिज़नेस के लिए करना चाहते हैं तो एक कमरे में ही इसकी यूनिट बनाई जा सकती है.माइक्रोग्रीन के लिए सूरज की रोशनी काफी फायदेमंद होती है.अगर सूरज की रोशनी माइक्रोग्रीन यूनिट में उपलब्ध नहीं है तो इनमें आप आर्टिफिशियल लाइट के जरिए रोशनी पहुंचा सकते हैं . इसके बाद जैसे जैसे माइक्रोग्रीन अंकुरित होने लगते हैं वैसे वैसे इनको काटकर बाजार में बेचा जा सकता है. अगर आप बड़े पैमाने पर इस बिजनेस को करते हैं तो लाखों रूपए की कमाई आप आसानी से कर सकते हैं.


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